हिंदी भाषा में स्वर और व्यंजन मिलकर शब्दों का निर्माण करते हैं। स्वर दो प्रकार के होते हैं – ह्रस्व (छोटे स्वर) और दीर्घ (बड़े स्वर)। जब हम “बड़ी ई” की बात करते हैं, तो हम ‘ई’ की दीर्घ मात्रा वाले शब्दों की बात कर रहे होते हैं। बड़ी ई की मात्रा वाले शब्द का उपयोग विभिन्न शब्दों के निर्माण में होता है, जो हमारी दैनिक भाषा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बड़ी ई की मात्रा का प्रयोग करके बनाए गए शब्द न केवल पढ़ने में सरल होते हैं बल्कि उनका उच्चारण भी सुगम होता है। यह मात्रा हमारे शब्दों को संगीतमय और लयबद्ध बनाती है। उदाहरण के तौर पर, ‘चीनी’, ‘संगीत’, ‘जीवन’, आदि शब्द बड़ी ई की मात्रा से बने हुए हैं।
यह मात्रा न केवल नामों और वस्तुओं को दर्शाने के लिए प्रयोग होती है, बल्कि इसे क्रियाओं, विशेषणों और स्थानों को व्यक्त करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। बड़ी ई की मात्रा वाले शब्द बच्चों के लिए शिक्षा के शुरुआती चरण में पढ़ना और समझना सरल होते हैं। इससे बच्चों की भाषा-शिक्षा में सुधार होता है और वे उच्चारण में भी निपुण होते हैं। आइए अब बड़ी ई की मात्रा वाले कुछ शब्दों की सूची देखें।
बड़ी ई की मात्रा वाले शब्दों की सूची:
क्रमांक | शब्द | क्रमांक | शब्द | क्रमांक | शब्द |
---|---|---|---|---|---|
1 | नदी | 51 | गीत | 101 | जीत |
2 | चीनी | 52 | रीत | 102 | दीपक |
3 | संगीत | 53 | तीव्र | 103 | सीमा |
4 | किताब | 54 | मीठा | 104 | दीवार |
5 | जीवन | 55 | पीठ | 105 | नीति |
6 | गीता | 56 | सीधा | 106 | सीढ़ी |
7 | तीर्थ | 57 | चीर | 107 | समीक्षा |
8 | पीला | 58 | भीड़ | 108 | प्रतीक |
9 | रीति | 59 | रीढ़ | 109 | धीमा |
10 | सीधा | 60 | दीर्घ | 110 | खीरा |
11 | दीपक | 61 | पीड़ा | 111 | तीखा |
12 | सीमा | 62 | गीला | 112 | रीति |
13 | दीवार | 63 | मीना | 113 | संजीवनी |
14 | नीति | 64 | प्रतीक्षा | 114 | छीन |
15 | जीत | 65 | समीक्षा | 115 | संगीत |
16 | मीठा | 66 | दीपिका | 116 | शीला |
17 | पीड़ा | 67 | संजीव | 117 | दीन |
18 | सीढ़ी | 68 | सजीव | 118 | जीविका |
19 | भीड़ | 69 | सीख | 119 | पीस |
20 | रीढ़ | 70 | प्रीति | 120 | सीमांत |
21 | प्रतीक | 71 | प्रेमी | 121 | सनी |
22 | समीक्षा | 72 | दीवाना | 122 | भीख |
23 | सीप | 73 | गीतिका | 123 | गीतांजलि |
24 | प्रतीक्षा | 74 | नीति | 124 | सील |
25 | मीठापन | 75 | दीक्षित | 125 | सीसा |
26 | चीख | 76 | पीतल | 126 | दीपक |
27 | दीया | 77 | पीसने | 127 | नीति |
28 | रीती | 78 | संजीवनी | 128 | जीतने |
29 | खींच | 79 | जीवित | 129 | सीमा |
30 | सीलन | 80 | तीर | 130 | सीमा |
31 | दीदार | 81 | भीख | 131 | सीधी |
32 | प्रीति | 82 | चीत | 132 | रीढ़ |
33 | संजीवनी | 83 | जीतने | 133 | पीठ |
34 | शीतल | 84 | जीविका | 134 | जीतना |
35 | चीता | 85 | सीमा | 135 | गीतकार |
36 | नीति | 86 | संजीव | 136 | सीमित |
37 | प्रतीक | 87 | चीर | 137 | जीवनशैली |
38 | जीवनदायिनी | 88 | दीप्ति | 138 | सीखा |
39 | नीति | 89 | चीरना | 139 | शीतलता |
40 | गीतिका | 90 | भील | 140 | धीमापन |
41 | तीव्र | 91 | तीरंदाज | 141 | सीपी |
42 | दीपिका | 92 | दीप्त | 142 | संजीवनी |
43 | शीला | 93 | रीत | 143 | चेतना |
44 | सीस | 94 | संगीतकार | 144 | गीला |
45 | संगीतकार | 95 | दीपशिखा | 145 | प्रीति |
46 | सीखा | 96 | शीतल | 146 | दीर्घ |
47 | नीति | 97 | तीर्थ | 147 | जीवनदायिनी |
48 | चीनी | 98 | गीता | 148 | संजीव |
49 | तीखा | 99 | दीपक | 149 | समीक्षा |
50 | सीधा | 100 | नीति | 150 | प्रतीक |
ऊपर दिए गए सभी शब्द बड़ी ई की मात्रा वाले शब्दों का उपयोग हिंदी भाषा में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह मात्रा शब्दों को सरल, स्पष्ट और सुगम बनाती है। इन शब्दों को समझने और सही ढंग से उच्चारण करने से न केवल भाषा में निपुणता आती है बल्कि लिखने और पढ़ने में भी सुधार होता है।
Leave a Reply